मुंबई: मुंबई को जलापूर्ति करने वाली 7 झीलों में सिर्फ 27.84 प्रतिशत पानी ही शेष बचा है। जिसकी वजह से महानगर पर जल संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पिछले साल की तुलना में इसी अवधि में 6.06 फीसदी कम पानी है। जिसकी वजह से मुंबई निवासियों के लिए पानी के लिहाज से आने वाला वक्त मुश्किल भरा हो सकता है। हालांकि बीएमसी ने फिलहाल पानी की कटौती (Water cut in Mumbai) से इंकार किया है लेकिन अगर मानसून (Monsoon) समय पर नहीं आया तो बड़ी दिक्कत हो सकती है। इस खबर में हम जानेंगे की मुंबई को जलापूर्ति करने वाले जलाशयों में कितना पानी शेष बचा है।
चुनाव को देखते हुए नहीं हुई पानी की कटौती
मुंबई को सात झीलों की मदद से पानी मिलता है। पिछले साल इसी अवधि सातों झीलों में 490693 मिलियन लीटर यानी 33.90 प्रतिशत पानी था। जबकि इस साल 402904 मिलियन लीटर यानी 27.84 पानी शेष बचा है। बीएमसी प्रशासन ने इस साल पानी कटौती का निर्णय नहीं लिया है। इस साल कम बारिश होने के कारण मुंबई की जलापूर्ति प्रभावित न हो, इसलिए बीएमसी ने महाराष्ट्र सरकार के जल भंडारण से पानी उपलब्ध कराने की मांग की थी। राज्य सरकार के जलाशय से मुंबई के लिए पानी उपलब्ध कराने की गारंटी मिलने के बाद फिलहाल पानी कटौती नहीं करने का निर्णय बीएमसी प्रशासन ने लिया है। पिछले साल मुंबई में 10 प्रतिशत पानी कटौती की गई थी।
कम बारिश से झीलों के जलस्तर पर असर
बीते मानसून से पहले दो वर्षों में 15 अक्टूबर तक राज्य में मानसून सक्रिय था। लेकिन बीते मानसून में अक्टूबर 2023 तक आवश्यक बारिश नहीं हुई। इसलिए इस साल पिछले वर्ष की तुलना में जलाशयों में कम जल भंडारण है। मौसम विभाग ने इस साल भीषण गर्मी पड़ने की संभावना व्यक्त की है। यदि आगामी दिनों में झीलों का जलस्तर अनुमान से ज्यादा घटता है तो जल समस्या निर्माण हो सकती है।