मुंबई: नवी मुंबई में भाईंदर पश्चिम के अरब सागर में मछली पकड़ने गई गॉडविल बोट का वापस लौटते समय पंखा (प्रोपेलर) टूट जाने की वजह से वह बीच सागर में बंद पड़ गई थी और सागर की लहरों में हिचकोले खाने लगी थी। बोट पर एक नाविक और 17 खलासी फंस गए थे। रविवार शाम को मछली पकड़ने गई एक अन्य बोट द्वारा उस बंद पड़ी बोट को खींचकर किनारे लाए जाने की जानकारी स्थानीय नागरिक अजीत गंगोली ने दी है। जिससे बोट पर सवार सभी के परिजनों ने राहत की सांस ली है।
बता दें कि भाईंदर उत्तन पातान बंदर की गॉडविल बोट को लेकर उसके नाविक अलेक्जेंडर डग्लस बेलू अपने 17 खलासी के साथ मछली पकड़ने के लिए समुद्र में दूर तक गए हुए थे। विगत दो दिनों से मूसलाधार बरसात और तेज हवा चलने की वजह से मौसम अचानक खराब हो गया। जिससे समुद्र में मछली पकड़ने गए सभी बोट को किनारे लौटने की सूचना दी गई थी। सूचना मिलते ही सभी बोट किनारे की तरफ लौटने लगी है।
गॉडविल बोट के नाविक अलेक्जेंडर डग्लस बेलू भी अपने बोट को लेकर किनारे की तरफ लौट रहे थे, लेकिन अचानक उनके बोट का पंखा टूट कर पानी में गिर गया और उनकी बोट बीच समुद्र में हिचकोले खाने लगी। इसकी सूचना नाविक ने वायरलेस के माध्यम से रविवार की सुबह 7 बजे दी थी। इसके बाद उनके मदद के लिए कोस्टगार्ड, पुलिस, मत्स्य विभाग और मछली पकड़ने गई अन्य बोट के नाविकों को कहा गया। ऐसी जानकारी मछुआरों के नेता बर्नाड डिमेलो ने दी।
अन्य बोट के सहारे लाया किनारे
कोस्टगार्ड और पुलिस की टीम ने एक अन्य बोट को की मदद से गॉडविल बोट को रस्सी के सहारे बांधकर खींचते हुए किनारे पर लाया। पुलिस ने बताया कि बोट पर सवार नाविक और सभी जहाजी मजदूर सुरक्षित है। सभी की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। फंसे हुए लोगों के परिजनों को भी यह जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि समुद्र में फंसे लोगों के परिजनों ने सुरक्षित होने की खबर मिलने के बाद राहत की सांस ली।