भिवंडी। भिवंडी मनपा अधिकारी पानी चोरी पर लगाम कसने में असफल साबित हो रहे हैं जिस का कारण खुद मनपा अधिकारियों की भ्रष्ट नीति है। यही वजह है कि भिवंडी मनपा द्वारा चलाया गया पानी चोरी के खिलाफ अभियान ठप पड़ गया है। मनपा का जलआपूर्ति विभाग पानी चोरों को संरक्षण देने में कितना पेश पेश रहता है इस बात का अंदाजा बुधवार को हुई रूंगटा डाइंग के विरुद्ध कार्रवाई में साफ देखा जा रहा है। रूंगटा डाइंग की अनधिकृत रूप से नाले व गटर से ले जाने वाली पानी की पाइप लाइन पर कार्रवाई करते मनपा के अधिकारियों ने डाइंग मालिक पर पानी चोरी का मामला तक दर्ज नहीं कराया। सिर्फ सार्वजनिक रास्ते की खोदाई को लेकर एफआईआर कराई गई है।
क्या है मामला ?
बता दें कि भिवंडी के कल्याण रोड स्थित आस बीबी इलाके में कई बार आगजनी घटना के नाम से मशहूर वर्षों से चल रही रूंगटा डाइंग के मालिक व मैनेजर ने डाइंग में भारी मात्रा उपयोग किए जाने के लिए पानी की पाइप लाइन अनधिकृत रूप से नाले के जरिए लाई गई थी। इसके लिए उक्त रूंगटा डाइंग द्वारा मनपा के सार्वजनिक रास्ते की भी खोदाई की गई थी। इसकी जानकारी मनपा के जल आपूर्ति विभाग को मिलने के बाद प्रशासक तथा मनपा आयुक्त के आदेशानुसार व जल आपूर्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता संदीप पटनावर के नेतृत्व में बुधवार के रोज पथक प्रमुख विराज भोईर, नफीस मोमिन व उनकी टीम ने उक्त डाइंग का निरीक्षण किया और पाया कि रूंगटा डाइंग के मालिक व मैनेजर ने अनधिकृत रूप से नाले के भीतर से पाइप लाइन खींच कर लाखों लीटर पानी चोरी कर रहा है। साथी ही इन पाइप लाइन के कारण नाले की सफाई भी पूरी तरह से नहीं हो पाती है। इसके कारण वहां के नागरिकों को स्वास्थ्य के लिए खतरा भी बना हुआ है। उक्त डाइंग द्वारा नाले की सफाई में अर्चन पैदा करने तथा सार्वजनिक रास्ते की खोदाई कर कुल 50 हजार रूपये का नुकसान किया गया है। इस मामले में शहर पुलिस ने मनपा कर्मी विराज भोईर की शिकायत पर रूंगटा डाइंग के मालिक सुनील रूंगटा और मैनेजर देवेंद्र वासुदेव मेहता के खिलाफ बीएनएस की धारा 326(ग़), 326(ख), 324(4), 5 के तहत मामला दर्ज कर की है। लेकिन पानी चोरी को लेकर कोई भी मामला इस में नजर नहीं आ रहा है। मनपा अधिकारियों की मिली भगत और पानी चोरों को संरक्षण देने की नीति साफ उजागर हो रही है।