संजय राउत खिचड़ी घोटाले के सरगना, बेटी के नाम से लिए पैसे
COVID Khichdi Scam: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत पर खिचड़ी घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा है। यह आरोप पूर्व कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने लगाया है। कोविड-19 काल में हुए कथित खिचड़ी घोटाले के सिलसिले में आज शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर से ईडी पूछताछ कर रही है।
मुंबई के कथित खिचड़ी घोटाला मामले में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ कर रही है। कीर्तिकर मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले है। इसको लेकर आज पूर्व सांसद संजय निरुपम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
संजय निरुपम ने कहा, ”आज मुंबई उत्तर पश्चिम से शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को ईडी ने बुलाया है। निश्चित तौर पर खिचड़ी चोर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए… खिचड़ी घोटाले के किंगपिन संजय राउत हैं… उन्होंने अपनी बेटी, भाई और पार्टनर के नाम पर पैसे लिए हैं…।”
पूर्व सांसद ने कहा, “ईडी पूछताछ के बाद क्या करती है, मुझे नहीं पता, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उत्तर-पश्चिम मुंबई की पूरी जनता को पता होना चाहिए कि उनका संभावित उम्मीदवार कितना बेईमान है। जब मैंने इस घोटाले को लेकर जानकारी जुटाई तो मुझे पता चला कि ‘किंगपिन’ कोई और था। इस पूरे घोटाले का सरगना है शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता संजय राउत… इस घोटाले में उन्होंने अपनी बेटी, भाई और पार्टनर के नाम पर पैसे लिए हैं… उन्होंने चेक के जरिए अपनी बेटी विधिता संजय राउत के नाम पर रिश्वत ली है, हालांकि विधिता इस मामले में बेगुनाह है और उसे इस बारे में नहीं पता है…”
केंद्रीय जांच एजेंसी ने अमोल कीर्तिकर को आज मुंबई स्थित ईडी दफ्तर में पेश होने के लिए कहा था। इससे पहले उन्हें 27 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया था, जिस दिन शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने उन्हें मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने के लिए उनके नाम की घोषणा की थी।
ईडी ने इस साल की शुरुआत में खिचड़ी घोटाला मामले में शिवसेना (यूबीटी) गुट के नेता सूरज चव्हाण को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने इस मामले में उद्धव गुट के नेता संजय राउत के छोटे भाई संदीप राउत से भी पूछताछ की थी।
ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी के आधार पर दर्ज किया है। ईओडब्ल्यू ने भी अमोल कीर्तिकर से पूछताछ की थी।
मुंबई पुलिस के अनुसार, कोरोना काल में प्रवासियों को खाने के लिए खिचड़ी उपलब्ध कराने के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा ठेका देते समय कथित अनियमितताएं हुईं। आरोप है कि ठेका देने के बदले में पैसे लिए गए थे।
मालूम हो कि अमोल कीर्तिकर के पिता व वरिष्ठ नेता गजानन कीर्तिकर अब शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के साथ हैं और उक्त सीट से मौजूदा सांसद भी हैं।