मुंबई: आसमान में उमड़ने वाले बादलों ने मॉनसून के आने के संकेत दे दिए हैं। सुबह महानगर में हुई बारिश के बाद मुंबई पुलिस ने अन्य एजेंसियों के साथ तालमेल बिठाना शुरू कर दिया है। मुंबई में तेज बारिश और मॉनसूनी आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से तमाम ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। इस मॉनसून में बीएमसी प्रशासन के साथ ही कोस्टल इलाकों में प्रशासन की खास नज़र बनी रहेगी, मुंबई पुलिस व ट्रैफिक पुलिस भी सतर्क हो गई है।
करीब 30 हजार पुलिस बल होते हैं तैनात
मॉनसून के दौरान मूसलाधार बरसात में मुंबई के कई निचले इलाके बुरी तरह जलमग्न हो जाते हैं। भारी वर्षा के कारण जलभराव, यातायात में व्यवधान और कभी-कभी निचले हिस्से में बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं। इसे देखते हुए मुंबई पुलिस चाक चौबंद इंतजाम करने में जुट गई है। सभी 99 पुलिस स्टेशनों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। मुंबई में 30 हजार से अधिक पुलिस बल को सक्रिय किया जाता है, जबकि ट्रैफिक पुलिस के 41 डिविजन भी यातायात व्यवस्था को संभालने में जुट जाते हैं। मॉनसून के दौरान मुंबई पुलिस द्वारा अधिकतर पुलिसकर्मियों की छुट्टियां तक कैंसिल कर दी जाती हैं, जबकि जल जमाव और निचले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिए जाते हैं। मॉनसून को देखते हुए सागरी सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक चौबंद करने की कवायद शुरू है। वॉच टॉवर बनाए जा रहे हैं, जबकि स्थानीय लोगों की भी हर संभव मदद ली जा रही है।
तटीय इलाकों के लोगों को प्रशिक्षण, बनाए गए पुलिस मित्र
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोराई, मालवणी और बोरीवली पुलिस की टीम समुद्र किनारों के पास की बस्तियों में रहनेवाले स्थानीय लोगों को विशेष प्रशिक्षण दे रही है। प्रशिक्षण पाने वालों में अधिकतर मछुआरे हैं। चूंकि, मछुआरों को समुद्र के बारे में अच्छी जानकारी होती है। इसलिए हाई टाइड के दौरान अथवा मॉनसून के दौरान खतरा होने पर समुद्र किनारे रहनेवाले मछुआरे, लाइफ गार्ड्स, नाविकों और अच्छे तैराकों की मदद से पुलिस आपातकालीन परिस्थितियों में आसानी से राहत व बचाव कार्य शुरू कर जान-माल की रक्षा करने में सफल होती है।