मुंबई : कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि यदि विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) आगामी महाराष्ट्र चुनाव में सत्ता में आता है तो वह महिलाओं की ‘लाडकी बहिन योजना’ को अधिकार आधारित कार्यक्रम में बदल देगा। वे बुधवार को एक निजी कार्यक्रम में सवालों के जवाब दे रहे थे। इस दौरान MVA के सीएम फेस के सवाल पर उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी को ही मुख्यमंत्री पद मिलता है और इसी परंपरा को अब तक निभाया जा रहा है।
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में चव्हाण ने कहा कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए MVA के अन्य घटक दलों से सबसे ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की, इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस (गठबंधन में) अधिकतम सीटों की हकदार है। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि अगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गठबंधन को ही जीत मिलेगी।
योजना को बनाएंगे अधिकार आधारित
कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हर एक चुनाव अलग होता है और राजनीतिक पार्टियों में ओवर कॉन्फिडेंश नहीं होना चाहिए। इस दौरान जब चव्हाण से पूछा गया कि वर्तमान महायुति सरकार की महत्वकांक्षी ‘लाडकी बहिन योजना’ को क्या MVA सत्ता में आने पर रद्द कर देगा? तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिलाओं को हर तरह से सशक्त करना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस क्यों इसे महाराष्ट्र में लागू नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘बिना वेतन अगली पीढ़ी का पालन पोषण कर रही महिलाओं का यह अधिकार है। हम लाडकी बहिन योजना को महाराष्ट्र में अधिकार आधारित कार्यक्रम बनाएंगे।”
इंडिया गठबंधन को बताया मास्टरस्ट्रोक
बता दें कि लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए प्रति माह एक निश्चिक रकम दी जाती है। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना राज्य में भी यह योजना लागू कर दी गई है और इसके तहत महिलाओं को दो हजार रुपए प्रति माह मिल रहे हैं। इंडिया’ का गठबंधन को लेकर पूछे गए एक सवाल में उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों ने ‘इंडिया’ गठबंधन बना कर‘मास्टरस्ट्रोक’ खेला था। उन्होंने कहा, ” भले ही यह सटीक गठबंधन नहीं लेकिन इससे चुनाव में विरोधी मतों को बंटने से रोकना संभव हुआ।”
‘एमवीएम में एक नेता हो इसकी जरूरत नहीं’
वहीं, MVA के मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर चव्हाण ने कहा कि सबसे बड़े दल को ही मुख्यमंत्री का पद मिलता है और इस परंपरा को अब तक निभाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस परंपरा से परे जाकर यदि फैसला लेने की जरूरत पड़ी तो ये फैसला कांग्रेस नेतृत्व लेगा। एमवीएम में एक नेता हो इसकी जरूरत नहीं। हमारे पास साझा घोषणा पत्र होगा। कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटों की हकदार है। हम गठबंधन में कनिष्ठ हिस्सेदार के तौर पर शामिल हुए लेकिन लोकसभा चुनाव में हमें ज्यादा सीटें मिलीं।”