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महाराष्ट्र: दोस्त को मारने के लिए दी 50 लाख की सुपारी लेकिन नहीं दिए पैसे, अब खुद की गंवानी पड़ी जान

Navi Mumbai Murder Case: नवी मुंबई नेरुल के 2 रियल एस्टेट एजेंट के हत्या मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में जमीन की खरीदी बिक्री के व्यवहार में हत्या की घटना को अंजाम देने का खुलासा पुलिस ने किया है. चौकाने वाली बात ये सामने आई की एक रियल एस्टेट एजेंट ने अपने दोस्त की हत्या करवा कर खुद के पैर पर गोली मारने की 50 लाख रुपये की सुपारी दी थी लेकिन जब हत्यारों को पैसे नहीं मिले तो सुपारी देने वाले की ही हत्या हो गई.

नवी मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आए विठठ्ल बबन नाकाडे (43), जयसिंग उर्फ राजा मधु मुदलीयार (38), आनंद उर्फ एंड्री राजन कुज (39), विरेंद्र उर्फ गोर्या भरत कदम (24)और अंकुश उर्फ अंक्या प्रकाश सितापुरे उर्फ सिताफे (35) को नवी मुंबई के दो रियल एस्टेट एजेंट की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है. आगे की जांच नेरुल पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ब्रम्हानंद नाईकवाडी कर रहे हैं.

मीटिंग के सिलसिले में कार से निकले थे बाहर
नवी मुंबई पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त दीपक साकोरे ने बताया कि पिछले सप्ताह 21 अगस्त को नेरुल के रहने वाले रियल एस्टेट एजेंट अमिर खानजादा और सुमित जैन प्रोपर्टी डील की मीटिंग के सिलसिले में कार से निकले थे. लेकिन जब वह वापस नहीं लौटे तो गुरुवार (22 अगस्त) को मिसिंग की शिकायत दर्ज की गई थी. इस दौरान पुलिस ने कार में लगी जीपीएस सिस्टम की मदद से कार को खोज निकाला. उक्त कार खोपोली में लावारिस मिली थी. इस दौरान जब पुलिस ने जांच की तो कार में खून के निशान और तमंचे के दो खाली कारतूस मिले थे. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज की.

प्राथमिक जांच में यह आया सामने
इस मामले की जांच के लिए दोनों परिमंडल की आठ टीम तैयार की गई थी. इस टीम ने जांच कर पेण पुलिस की हद से सुमित जैन की बॉडी जप्त की. इस दौरान जैन पर गोली मारकर हत्या किए जाने का पुलिस के निर्देश में आया. इसके बाद पुलिस ने सोमवार (26 अगस्त) को पांचों आरोपी को गिरफ्तार कर बुधवार (28 अगस्त)को कर्नाळा अभयारण्य से अमिर खानजादा का शव बरामद की है. पुलिस ने बताया के मृतक सुमित जैन, अमीर खानजादा एवं आरोपी विठ्ठल नाकाडे के साथ जमीन की खरीद-बिक्री में आर्थिक लेन-देन के कारण उक्त घटना को अंजाम देने का मामला प्राथमिक जांच में सामने आया है.

क्या है विवाद और क्यों दी सुपारी ?
खानजादा और जैन लंबे समय से रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े थे. खानजादा प्लॉट की जानकारी लाता था और जैन निवेशक ढूंढ कर बेचता है. हत्या का आरोपी विठठ्ल नाकाडे और सुमित जैन ने हाल ही में रायगढ़ जिले के पाली में 3.5 एकड़ जमीन का सौदा किया था. पुलिस के मुताबिक नाकाडे ने जैन के माध्यम से जमीन बेचने के लिए जाली दस्तावेज बनाए. प्रारंभ में, उन्हें निवेशकों से 60 लाख रुपये और चेक के माध्यम से लगभग 9 लाख रुपये प्राप्त हुए.

जब निवेशकों को पता चला कि दस्तावेज़ नकली हैं, तो उन्होंने चेक पर भुगतान रोक दिया. पुलिस ने बताया कि पाली भूमि पार्सल के मूल मालिक की कोरोना -19 महामारी के दौरान मृत्यु हो गई थी और बिक्री के लिए दूसरे नाम के तहत नकली दस्तावेज बनाए गए थे.

पुलिस ने आगे कहा कि रियल एस्टेट में जैन के साथ काम करने वाले आमिर खानजादा ने पाली भूमि सौदे में अपने कमीशन की मांग की. आमिर की मांगों के बावजूद, खानजादा और जैन ने बिना किसी घोषित दुश्मनी के अपना रियल एस्टेट कारोबार एक साथ चलाना जारी रखा. निवेशकों के रुके हुए भुगतान और जैन के 14 से 15 करोड़ रुपये कर्ज के कारण, सुमित जैन का मानना था कि आमिर खानजादा ने पाली भूमि के बारे में विवरण का खुलासा किया था.

विवियाना मॉल में रची गई मारने की साजिश
20 अगस्त को विट्ठल नाकाडे और सुमित जैन ठाणे के विवियाना मॉल में मिले और खानजादा को मारने की साजिश रची. उन्होंने आरोपी आनंद की मदद ली और 50 लाख रुपये में दो कॉन्ट्रैक्ट किलर को काम पर रखा. शुरुआत में उन्हें 1.5 लाख और 3 लाख रुपये का भुगतान किया . 21 अगस्त को, जैन और खानजादा शाम को बिज़नेस काम से घर से निकले और बाद में लापता हो गए.

सुपारी हत्यारों से भुगतान को लेकर छिड़ गई बहस
पुलिस ने बताया, खानजादा की नेरुल में उनकी कार में हत्या कर दी गई और उनके शव को करनाला इलाके में फेंक दिया गया. इसे हमले का रूप देने के लिए जैन ने खालापुर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के पास अपने पैर में गोली मार ली. हालांकि, सुपारी हत्यारों को लाखों रुपये के सुपारी के भुगतान को लेकर बहस छिड़ गई, जिसके बाद हत्यारों ने जैन के पैर में चाकू मार दिया और भाग गए. जैन का काफी खून बह गया और पेन तालुका के गागोडे गांव में उनकी मृत्यु हो गई.

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