मुंबई : महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। कई जगहों पर बारिश और जलभराव से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। नदियां-नाले उफान पर हैं। नागपुर समेत विदर्भ में पिछले दो-तीन दिनों से धुंआधार बारिश हो रही है। पूर्वी विदर्भ में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई सड़कें जलमग्न हैं। भंडारा, गोंदिया, गढ़चिरौली, चंद्रपुर, यवतमाल, वर्धा, नागपुर समेत विदर्भ के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश जारी है। परिणामस्वरूप, कई नदी नाले उफान पर हैं और नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया है। इसके साथ ही कई गांवों का मुख्य शहरों से संपर्क टूट गया है।
15 गांव पानी में डूबे
गढ़चिरौली जिले में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदी और नाले उफान पर हैं। बाढ़ के चलते करीब 15 गांव पानी में डूब गए हैं। जिले में भारी बारिश की वजह से हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। बाढ़ का पानी कई गांवों के अंदर तक घुस गया है। वहीं, प्रशासन की ओर से बाढ़ से निपटने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। बाढ़ के हालातों के चलते एहतियात के तौर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के मार्गों को बंद कर दिया गया है।
पुणे जिले में भी मूसलाधार बारिश
पुणे जिले में भी बारिश का जोर बढ़ा है। इससे निचले इलाकों में पानी जमा हो गया। जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। वहीं पर्यटन नगरी लोनावला (Lonavala Rain) में बादल फटने जैसी बारिश हुई है। लोनावला और आसपास के इलाकों में मूसलाधार बारिश होने से निचले इलाकों में पानी भर गया। इस पानी के कारण मलवली इलाके के एक बंगले में 20 से 22 पर्यटक फंस गए। बाद में उन्हें सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
कुंडलिका नदी खतरे के निशान को पार
रायगढ़ जिले में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से कुंडलिका नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। इससे नदी किनारों पर बसे लोगों को स्थलांतरित करने का काम जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। सांगली नदी में कृष्णा नदी का जलस्तर भी लगातर बढ रहा है। इससे जिला प्रशासन सतर्क है।पिछले ४ दिन से मुंबई में लगातार बारिश हो रही है। कई इलाकों में जलभराव हो गया है लेकिन मुंबई नगर निगम की ओर से पंपिंग के सहयोग जलनिकासी का काम जारी है।