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Dombivli Bulldozer:आधी रात में तोड़ दिया घर, डोंबिवली में सात घरों पर चला बुलडोजर

कल्याण: डोंबिवली (Dombivli) में रात के अंधेरे में सात परिवारों को घर (seven houses) से निकाल कर उनके घरों पर बुलडोजर (Bulldozer) चलाकर नष्ट कर देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में डोंबिवली की रामनगर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की है। इसके पीछे बिल्डर लॉबी का हाथ बताया जा रहा है। हथियारों के साथ आए लोगों ने यह कार्रवाई की और अपने आप को मनपा का कर्मचारी बताया।
सात घर को बुलडोजर ने रौंद दिया
डोंबिवली के टाटा पावर लेन के लोग अपने घरों में सोए हुए थे तभी रात लगभग ढाई बजे अचानक उन्हें तेज चिल्लाने की आवाज आई तो सभी अपने अपने घरों से बाहर निकले और देखा कि धारदार हथियार के साथ कुछ युवक वहां पर खड़े थे और गालीगलौज करते हुए लोगों को घरों से बाहर निकाल रहे थे। उनके साथ एक बुलडोजर भी था। सात परिवारों को उन्होंने घरों से बाहर निकाल कर उनके घरों पर बुलडोजर चलाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया और कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की। इसी समय किसी ने रामनगर पुलिस को भी इसकी सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
नष्ट हुई मेहनत की कमाई
सात परिवारों में से एक परिवार के सदस्य नंदू माने ने बताया कि रात के समय सभी हथियारबंद लोग आए और हमें जबरदस्ती घरों से बाहर निकाला उन्होंने बताया कि वह महानगर पालिका के कर्मचारी हैं। नंदू माने ने यह भी बताया कि शिवसेना शिंदे गुट के पूर्व नगरसेवक के कहने पर शार्दूल पाटिल नामक गुंडे द्वारा यह काम किया गया है। आए हुए लोगों से परिवार ने यह भी कहा कि कोर्ट के माध्यम से और हमारे वकील बात आपसे करेंगे, लेकिन फिर भी वह नहीं माने, कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की गई है। उन्होंने कहा, अब हमारे सिर पर छत नहीं है ऐसे में हम कहां जाएं, मेहनत से कमाई हुई चीजें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं और हमें न्याय चाहिए।
झूठ बोलकर आधी रात में तोड़ दिया घर
एक अन्य पीड़ित ने बताया कि पहले आकर उन्होंने बोला कि हमें कोर्ट का आर्डर है और हम मनपा के कर्मचारी हैं, रात में घर मे सोए हुए लोगों को उठाया और बोला कि हमें घर तोडना है। जब हमें यह पता चला कि कोई भी शासकीय लोग नहीं है तो पुलिस को सूचित किया गया। इस मामले में कोर्ट में वाद शुरू है फिर भी ऐसी कार्रवाई की गई है। पुलिस व मनपा प्रशासन से अब हम न्याय की अपेक्षा कर रहे हैं।
पुलिस झाड़ रही है पल्ला
रामनगर पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गणेश जवादवाड़ से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि अभी मामला दर्ज हुआ है और इसकी जांच शुरू की गई है। अब तक यह पता नहीं चल सका है कि इस वारदात को किसके द्वारा अंजाम दिया गया है।

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