मुंबई : महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना’ को लेकर विपक्ष पिछले काफी समय से हमलावर है। विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने राज्य की शिंदे सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं। वडेट्टीवार ने कहा कि लाडली बहन योजना के चलते राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का 3 महीने से पैसा रुक गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास फंड की कमी है, जिसके चलते पिछले काफी समय से चल रही राज्य सरकार की अन्य योजनाएं पैसे के अभाव में दम तोड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। वडेट्टीवार के आरोपों पर राज्य सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कबूल करते हुए कहा कि राज्य सरकार की अन्य योजनाओं की निधि बांटने में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब योजनाओं को फंड देने में समय लग रहा है। हालांकि राज्य सरकार सभी को पैसा जरूर देगी।
‘आंगनबाड़ी और आशा वर्कर को पैसे नहीं दे रही है सरकार’
वडेट्टीवार ने कहा कि राज्य सरकार लाडली बहन योजना को लेकर पिछले काफी समय से ढिंढोरा पीट रही है। जब सरकार ने अन्य योजनाओं का फंड लाड़ली बहन योजना के लिए डाइवर्ट कर दिया है तो सरकार के पास अन्य योजनाओं को चलाने के लिए पैसा ही नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की हालत कुछ ऐसी हो गई है कि सरकार के पास फंड एक हजार करोड़ है लेकिन ठेके 1 लाख करोड़ तक के दिए जा रहे हैं। यहां तक कि ठेकेदारों को समय पर फंड नहीं मिल रहा है। होमगार्ड के जवानों को बढ़ा हुआ भत्ता नहीं मिल रहा है, आत्महत्या करने वाले किसानों के वारिसदारों को पैसा देने में सरकार असमर्थ है। आंगनबाड़ी और आशा वर्कर पिछले 3 महीने से पगार मांग रहे हैं लेकिन अब तो हद इतनी हो गई है कि राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाह तो दी है लेकिन हाउस रेंट की रकम में 25 प्रतिशत की कटौती कर दी है। कई योजनाओं को बगैर कोई कारण बताए रोक दिया गया है। वडेट्टीवार ने कहा कि यह सब लाडली बहन योजना को जारी रखने के लिए किया गया है।
भुजबल बोले- बड़ी योजनाओं को प्राथमिकता जरूरी
मंत्री छगन भुजबल से जब इस मामले को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि योजनाओं को निधि बांटने में देरी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले जब राज्य में कांग्रेस और राकांपा (अविभाजित) की सरकार थी तो उस दौरान भी दो-तीन साल तक योजनाओं के पैसे लटकते थे। भुजबल ने कहा कि लेकिन राज्य सरकार ने जिन योजनाओं को पैसा देने का फैसला कर लिया है, उनको पैसा जरूर दिया जाएगा। भुजबल ने कहा कि राज्य सरकार उन योजनाओं को पहले प्राथमिकता दे रही है, जिनको फंड की तत्काल जरूरत है। विपक्ष को लाडली बहन योजना पर राजनीति करनी है, इसलिए वह इस तरह के नए-नए आरोप लगा रहे हैं।