सातारा पहुंचा छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘वाघ नख’, म्यूजियम में आम लोग भी कर सकेंगे दीदार
सातारा/मुंबई. छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस वाघ नख (लोहे के पंजे) से अफजल खान का वध किया था। उस ऐतिहासिक वाघ नख को इन दिनों सातारा के ऐतिहासिक छत्रपति शिवाजी संग्रहालय में आम लोगों के दर्शनार्थ रखा गया है। लंदन के गिल्बर्ट संग्रहालय से लाए गए इस वाघ नख को संग्रहालय में रखे जाने से पहले सुबह सरकारी आवास से छत्रपति शिवाजी संग्रहालय तक गाजे-बाजे के साथ एक भव्य रैली निकाली गई। इसके बाद वाघ नख का अनावरण किया गया और शिवाजी संग्रहालय में दर्शक दीर्घा का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्घाटन किया।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिंदे ने राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की तारीफ की और चुनाव की पृष्ठभूमि में एक सांकेतिक बयान दिया। उन्होंने कहा कि लगभग दो महीने बाद महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव होने हैं। इससे पहले शिवराय के वाघ नख को राज्य के लोगों के लिए सातारा में प्रदर्शित किया जा रहा है। वाघ के पंजे देखनेवाले लोगों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है। सुधीरभाऊ आप ये वाघ के पंजे समय पर ले आए। ऐसा शरारत भरा बयान सीएम शिंदे ने दिया, हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि आप इसका कुछ अलग मतलब मत लगाना।
विपक्ष पर साधा निशाना
सीएम शिंदे ने कहा कि शिवराय ने अफजल खान को मारा और उनके द्वारा इस्तेमाल किया गया यह वाघ नख (पंजा) महाराष्ट्र का गौरव है! ये वाघ छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम और वीरता का साक्षी है। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस पर कुछ लोग संदेह जताते हैं। उन्हें सिर्फ राजनीति करनी और अच्छा काम पर भी सवाल खड़े करने हैं। जबकि वाघ पर संदेह जताना मतलब महाराज की वीरता का अपमान करना है। ऐसे शब्दों में उन्होंने विपक्ष की आलोचना की और बोले कि हम सरकार के माध्यम से जनता के कल्याण का सपना साकार कर रहे हैं।
ये मान्यवर भी रहे उपस्थित
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, सतारा जिले के पालक मंत्री व उत्पाद शुल्क मंत्री शंभू राजे देसाई, सांसद उदयन राजे भोसले, विधायक शिवेंद्र सिंह राजे भोसले, भाजपा जिला अध्यक्ष धैर्यशील कदम, राकांपा अध्यक्ष संजीवराजे नाईक निंबालकर, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विक्रम पावस्कर, महिला मोर्चा की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सुवर्णा पाटिल, कलेक्टर जीतेंद्र डूडी, पुलिस अधीक्षक समीर शेख, शिवाजी संग्रहालय के सहायक अभिरक्षक प्रवीण शिंदे, मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता सहायता कक्ष अधिकारी मंगेश चिवटे आदि उपस्थित थे।