देश में लोकसभा चुनाव पूरे हो गए हैं और एनडीए ने बहुमत के साथ सरकार बना ली है. लेकिन चुनाव पूरे होने और देश में एनडीए की सरकार बनने के 20 दिन बाद ही महाराष्ट्र एनडीए में खटपट दिखाई दे रही है. महाराष्ट्र के पुणे जिले में शिरूर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पदाधिकारी ने सत्तारूढ़ गठबंधन से उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को बाहर करने की मांग की.
बीजेपी की शिरूर तहसील में हुई समीक्षा बैठक के दौरान शिरूर तहसील के उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह पार्टी की एक बैठक में यह मांग करते हुए दिखाई दे रहे हैं कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और उन की पार्टी एनसीपी को महायुति गठबंधन से बाहर कर दिया जाए.
सुदर्शन चौधरी ने क्या कहा
सुदर्शनचौधरी वीडियो में बीजेपी नेतृत्व से कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, आपके लिए यह सुझाव है, पार्टी कार्यकर्ता क्या सोच रहे हैं उसे समझिये. उन्होंने बीजेपी नेतृत्व से आगे कहा कि अगर आप कोई फैसला लेना चाहते हैं तो महायुति (सत्तारूढ़ गठबंधन) से अजित पवार को बाहर करिये.
साथ ही चौधरी ने बैठक में मौजूद सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर का जिक्र करते हुए कहा कि, अगर अजित पवार सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा नहीं होते तो सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर जैसे वरिष्ठ नेता मंत्री बन सकते थे.
विधानसभा चुनाव से पहले खटपट
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चौधरी ने अजीत पवार के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि बीजेपी पिछले 10 वर्षों से पवार की आलोचना करती आ रही थी लेकिन राज्य में कार्यकर्ता अब भयभीत महसूस कर रहे हैं क्योंकि उपमुख्यमंत्री ही मामलों की कमान संभाल रहे हैं. सुदर्शन चौधरी ने आगे अजीत पवार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि तहसील में सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि उन्हें ऐसी शक्तियां नहीं चाहिए, जिसमें अजित पवार का हस्तक्षेप हो. चौधरी ने वीडियो में बीजेपी बनाम अजीत पवार पर बात करते हुए कहा कि, अजित पवार को सत्ता में क्यों लाया जाए, ताकि वह आदेश जारी कर बीजेपी कार्यकर्ताओं की आवाज को दबा सकें.