नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) की तबाही को लेकर जहां पर 3 से 4 साल बीत गए वहीं पर वैक्सीनेशन के मामले में कोवीशील्ड वैक्सीन (Covishield) को लेकर नए दावे ने सबको हिला कर रख दिया है जिसमें वैक्सीन को सुरक्षित नहीं माना गया है इतना ही नहीं अब तक कई बयान सामने भी आ चुके है। इस बीच कोवीशील्ड पर उठ सवालों के बीच कोवैक्सीन (Covaxin) बनाने वाली कंपनी का बयान सामने आया है जिसमें कहा कि, हमारी वैक्सीन कोवैक्सीन सभी पैमानों पर सुरक्षित है।
Bharat Biotech ने क्या कहा
यहां पर बयान में कंपनी भारत बायोटेक ने अपने बयान में कहा कि भारत सरकार के कोविड-19 वैक्सीन प्रोग्राम की इकलौती वैक्सीन थी, जिसके ट्रायल भारत में हुए थे। इसे बनाते समय हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा थी और दूसरी प्राथमिकता वैक्सीन की गुणवत्ता थी। लाइसेंस पाने की प्रक्रिया के तहत कोवैक्सिन का 27 हजार लोगों पर ट्रायल किया गया था। इसे क्लिनिकल ट्रायल मोड के तहत सीमित इस्तेमाल के लिए लाइसेंस दिया गया था, जहां हजारों लोगों पर इसका ट्रायल किया गया था। साथ ही कंपनी ने अपनी वैक्सीन को सुरक्षित बताते हुए यह भी कहा कि, अब तक कोवैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आया है।
Ministry of Healthने किया था मूल्यांकन
कंपनी ने सोशल मीडिया एक्स पर दिए अपने बयान में आगे कहा, कोवैक्सीन के ट्रायल से जुड़ी सभी स्टडीज और सेफ्टी फॉलो-अप एक्टिविटीज से कोवैक्सिन का बेहतरीन सेफ्टी रिकॉर्ड सामने आया है। अब तक कोवैक्सिन को लेकर ब्लड क्लॉटिंग, थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया, TTS, VITT, पेरिकार्डिटिस, मायोकार्डिटिस जैसी कोई बीमारी सामने नहीं आई है। इतना ही आगे कहा, ट्रायल के दौरान अनुभवी अनुभवी इनोवेटर्स और प्रोडक्ट डेवलपर्स के तौर पर भारत बायोटेक की टीम यह जानती थी कि कोरोना वैक्सीन का प्रभाव कुछ समय के लिए हो सकता है,लेकिन सुरक्षित नहीं है।
कोवीशील्ड को लेकर क्यों है बवाल
कोवीशील्ड को लेकर जो बवाल मच रहा है उसमें वैक्सीन को सुरक्षित नहीं बताया गया है ल ही में एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन के कोर्ट में माना है कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि ऐसा बहुत रेयर (दुर्लभ) मामलों में ही होगा। इसके बाद से वैक्सीन को लेकर अब तक कई दावे सामने आ रहे है।