मुंबई: मुंबई हवाई अड्डे पर मगरमच्छ तस्करी का मामला सामने आया है। कस्टम विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में दो यात्रियों को हिरासत में लिया है। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो यात्रियों को कथित तौर पर ‘कैमन’ प्रजाति के मगरमच्छ के बच्चों की तस्करी के प्रयास में पकड़ा गया है। सीमा शुल्क विभाग के अधिकारी ने बताया कि मुंबई सीमा शुल्क विभाग की हवाई खुफिया इकाई (एआईयू) ने शुक्रवार देर रात दो यात्रियों को रोका। ये दोनों यात्री बैंकॉक (थाईलैंड) से विस्तारा की उड़ान से यहां पहुंचे थे।
कस्टम विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बैंकॉक से विस्तारा की फ्लाइट से मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे। इसके बाद जांच के दौरान उनके हाथ में लिए थैले में टूथपेस्ट के डिब्बों में मगरमच्छ के पांच बच्चे मिले। इसके बाद दोनों यात्रियों को हिरासत में ले लिया गया।
सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मगरमच्छ के बच्चे करीब से पांच से सात इंच लंबे मगरमच्छ के बच्चे निर्जलीकरण से प्रभावित प्रतीत हो रहे थे इसलिए उनका उपचार किया जा रहा है।
वापस भेजा जाएगा
अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डा और वन्यजीव प्राधिकरण, एयरलाइन के साथ मिलकर काम किया जा रहा हैं ताकि वन्यजीव अधिनियम के तहत निर्धारित नियमों के अनुसार कैमन प्रजाति के मगरमच्छ के इन बच्चों को वहां भेजा जा सके जहां से इन्हें तस्करी कर लाया गया। ‘कैमन’ अमेरिका की मूल मगरमच्छ प्रजाति है जो झीलों, नदियों और दलदलीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
कैमन प्रजाति के बारे में
बता दें कि कैमन प्रजाति के मगरमच्छ आमतौर पर दक्षिण अमेरिका और मध्य अमेरिका में पाए जाते हैं। ये छोटे से लेकर मध्यम आकार के होते हैं और इनकी चार मुख्य प्रजातियां स्पीक्स कैमन, युकोर कैमन, ब्लैक कैमन, टैपाजो कैमन हैं।
कैमन आमतौर पर दलदली क्षेत्रों, नदियों और झीलों में रहते हैं। इनकी खासियत यह है कि ये कम आक्रामक होते हैं और इनकी स्कीन से मिलने वाले स्केल्स से उपयोगी उत्पाद बनाए जाते हैं।