मुंबई: 2024 लोकसभा चुनावों में मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से जीते शिवसेना कैंडिडेट रवींद्र वायकर की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। महाराष्ट्र में उनके विरोधी खेमे शिवसेना यूबीटी की तरफ से लोकसभा के महासचिव से मांग की गई है कि उन्हें शपथ न दिलाई जाए। वायकर ने मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट पर बेहद करीबी मुकाबले में शिवसेना यूबीटी के कैंडिडेट अमोल कीर्तिकर को महज 48 वोटों से हराया था। शिवसेना यूबीटी के करीबी एडवोकेट असीम सरोदे ने लोकसभा महासचिव उत्पल सिंह को भी ईमेल के जरिए नोटिस भेजकर शपथ टालने का आग्रह किया है। असीम सरोदे की इस मांग पर अभी शिवसेना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
अनुच्छेद-99 का किया उल्लेख
एडवोकेट असीम सरोदे ने कहा है कि नोटिस में कहा है कि चूंकि ईवीएम मशीन से वोटों की गिनती को लेकर भारत में पहली बार एफआईआर दर्ज की गई है, इसलिए अनुच्छेद 99 के तहत रवींद्र वायकर को शपथ दिलाना उन्हें संवैधानिक प्रक्रिया का अपमान करने की इजाजत देगा। नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि भले ही पहले किसी ने ऐसी मांग नहीं की हो, हमें शपथ लेने के पीछे संविधान के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए एक सकारात्मक कार्रवाई के रूप में रवींद्र वायकर को पद की शपथ नहीं दिलानी चाहिए। नोटिस में रवींद्र वायकर की जीत को शंकास्पद करार दिया गया है। रवींद्र वायकर चुनावों की घोषणा होने तक उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी में थे। वायकर मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा में आने वाली जोगेश्वरी ईस्ट से विधायक भी हैं।