मुंबई : एयर इंडिया के एक यात्री के खाने में ब्लेड जैसी धातु का टुकड़ा मिलने की घटना के एक सप्ताह बाद एयरलाइन ने इस बात की पुष्टि की है कि खाने में मिली वह वस्तु खाने का हिस्सा नहीं थी। इस घटना को लेकर खेद जताते हुये एयरलाइन ने कहा कि वे सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी कोई घटना भविष्य में दोबारा न हो।
एयर इंडिया के एक यात्री को बेंगलुरू-सैन फ्रांसिस्को उड़ान के दौरान भोजन में कथित तौर पर ब्लेड जैसी धातु का टुकड़ा मिला था जिसे लेकर उसने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मामले की जानकारी दी थी। एयरलाइन ने सोमवार को दिये अपने बयान में कहा कि यह वस्तु उसके केटरिंग पार्टनर की सर्विसेस में इस्तेमाल की जाने वाली वेजिटेबल प्रोसेसिंग मशीन से आई थी। एयर इंडिया के मुख्य उपभोक्ता अनुभव अधिकारी राजेश डोगरा ने बयान में कहा कि एयरलाइन इस बात की पुष्टि करती है कि उनके एक विमान में सवार यात्री के भोजन में कोई ऐसी वस्तु पाई गई जो भोजन का हिस्सा नहीं थी। उन्होंने कहा, ”जांच के बाद पता चला कि यह वस्तु हमारे खानपान साझेदार की सुविधाओं में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जी प्रसंस्करण मशीन से उसमें आई।”
यात्री को खाने में मिला था धातु का नुकिला टुकड़ा
इस मामले में यात्री के सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भोजन में ब्लेड जैसी धातु की वस्तु होने की जानकारी साझा करने के बाद एयरलाइन ने जांच शुरू की थी। यात्री मैथर्स पॉल पेशे से एक पत्रकार हैं। उन्होंने कहा था कि एयर इंडिया का खाना चाकू की तरह काट सकता है। भुने हुए शकरकंद और अंजीर चाट में एक धातु का टुकड़ा छिपा हुआ था जो ब्लेड जैसा दिख रहा था। मैथर्स पॉल ने अपनी पोस्ट में कहा था, ”मुझे इसका अहसास कुछ सेकंड तक खाने को चबाने के बाद ही हुआ। शुक्र है कि कोई नुकसान नहीं हुआ।” पॉल ने एयर इंडिया की केटरिंग सर्विस को दोषी ठहराया था और कहा था कि यह घटना एयर इंडिया के लिए ठीक नहीं है, अगर किसी बच्चे को यह धातु वाला खाना परोसा गया होता?