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तानाजी सावंत के उल्टी बयान पर गरमाई सियासत, अजित पवार की NCP ने महाराष्ट्र सरकार का साथ छोड़ने की दी धमकी

मुंबई : महाराष्ट्र की महायुति सरकार में एक बार फिर खलबली मच गई है। सरकार के मंत्री और एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के विधायक तानाजी सावंत ने विवादित बयान दिया है। उनके बयान के बाद राजनीति गरमाने लगी है। एनसीपी ने महाराष्ट्र सरकार से अलग होने की धमकी दी है। उन्होंने सवाल उठाया कि तानाजी सावंत ने कहा कि वह महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठकों में अपने एनसीपी साथियों के बगल में बैठते हैं, लेकिन बाहर आने के बाद उन्हें उल्टी जैसा महसूस होता है। इस पर बीजेपी ने कुछ नहीं कहा है। तानाजी सावंत के बयान से नाराज एनसीपी ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों को सहने से बेहतर है कि सरकार छोड़ दी जाए। मामला गुरुवार को उठा था। धाराशिव में एक कार्यक्रम में बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने खुद को कट्टर शिव सैनिक बताया, जिसकी एनसीपी नेताओं के साथ कभी नहीं बनी।

तानाजी सावंत ने अजित पवार पर क्या कहा?

तानाजी सावंत ने कहा, ‘भले ही हम कैबिनेट में एक-दूसरे के बगल में बैठते हों, लेकिन बाहर आने के बाद मुझे उल्टी जैसा महसूस होता है।’ सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार की एनसीपी राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में साझेदार हैं।

तानाजी के बयान पर क्या बोली अजित पवार की NCP?

पलटवार करते हुए एनसीपी ने कहा कि इस तरह के बयानों को सुनने से बेहतर है कि गठबंधन छोड़ दिया जाए। पार्टी प्रवक्ता उमेश पाटिल ने कहा, ‘मेरे वरिष्ठ नेताओं से मेरा अनुरोध है कि हम ऐसी टिप्पणियों को सुनने के बजाय महायुति छोड़ दें। या तो तानाजी सावंत को बर्खास्त किया जाना चाहिए या फिर हम गठबंधन छोड़ दें।’

शरद पवार गुट ने ली चुटकी

प्रतिद्वंद्वी एनसीपी-एसपी ने सावंत की टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि बीजेपी अजीत की पार्टी को महायुति से बाहर निकाल दे। उनके चाचा शरद पवार के नेतृत्व वाली विपक्ष पार्टी ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह अजीत पवार के पास समय है, वह अब भी अपनी आंखें खोल लें।

अजित पवार पर बरसे शरद के नेता

शरद पवार की एनसीपी के प्रवक्ता महेश तपासे ने दावा किया कि अजीत पवार ने अपना आत्मसम्मान खो दिया है और एनसीपी के साथ गठबंधन को लेकर शिंदे के नेतृत्व वाली सेना के भीतर असंतोष बढ़ रहा है। तपासे ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि अजीत दादा, जो कभी एनसीपी के भीतर बहुत सम्मान रखते थे, सत्ता के लिए अपने आत्मसम्मान से समझौता करेंगे।’ तपासे ने कहा कि सावंत की टिप्पणी ने अजीत की राजनीतिक स्थिति को प्रभावी रूप से खत्म कर दिया है, फिर भी उनकी पार्टी के लोग चुप हैं।

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