मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार सोमवार को महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने सरकार पर आरोप सनसनीखेज लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। ‘मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन’ के बाद ‘मुख्यमंत्री का प्रिय ठेकेदार’ योजना शुरू की गई है। जिसमें चड्ढा नाम के ठेकेदार को 400 करोड़ रुपये देने की बात तय हुई है। एक पत्रकार परिषद में वडेट्टीवार ने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के आधार पर मैं यह खुलासा कर रहा हूं कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गृह विभाग ने चड्ढा नामक एक विकासक को 400 करोड़ रुपए के भुगतान की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि चड्ढा नामक डेवलपर को अवैध धन देने के सभी नोट मेरे पास हैं। चड्ढा के प्रति इतना स्नेह किसे और क्यों उमड़ रहा है?
विदेश भाग सकता है चड्ढा!
वडेट्टीवार ने कहा कि अभी तक विकासक ने एक भी फ्लैट ट्रांसफर नहीं किया है। अभी सिर्फ 20 प्रतिशत फ्लैटों पर स्लैब डाला गया है और सरकार ने चड्ढा को 127 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है। ऐसा कहते हुए उन्होंने सवाल किया कि यदि चड्ढा को पूरे 400 करोड़ रुपए दे दिए जाएं तो वह विदेश नहीं भागेगा? इसकी क्या गारंटी है।
इसलिए की गई चड्ढा पर कृपा
वडेट्टीवार ने बताया कि ये चड्ढा पहले दिल्ली में बीजेपी के पार्षद थे। उसे सीबीआई ने कुछ समय के लिए हिरासत में भी लिया था। ऐसा दावा करते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि सरकार को जहां कमीशन नहीं मिलता वहां सरकार ध्यान नहीं देती और जहां कमीशन मिलता है, वहां दो कदम आगे रहती है। सरकार को मामले का पंचनामा करना चाहिए।
सरकार के पास बार्टी के छात्रों के लिए पैसा नहीं
वडेट्टीवार ने दावा किया कि बिल्डर चड्ढा को अनुभव नहीं होने के बावजूद सरकार उसे 400 करोड़ रुपये दे रही है। गृहनिर्माण विभाग ने इस तरह की फंडिंग का विरोध किया। उसके बाद भी यह फंड देने के लिए कौन दबाव बना रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि बार्टी के छात्रों को छात्रवृत्ति क्यों नहीं मिली? बिल्डर के लिए पैसा है लेकिन बार्टी के छात्रों के लिए कोई पैसा नहीं है।