मुंबई: टी 20 विश्व कप जीत कर वापस लौटी भारतीय टीम के स्वागत के लिए पूरे देश से लोग मुंबई की मरीन ड्राइव पर पहुंचे। तीन लाख फैंस को एकसाथ देखकर खिलाड़ियों को भी भरोसा नहीं हो पा रहा था। नरीमन प्वाइंट से वानखेड़े स्टेडियम तक खचाखच भीड़ देखी गई। हालांकि जश्न के अगले दिन वही जगह पर जहां फैंस और खिलाड़ियों के लिए यादगार मोमेंट बना वो जगह कचरे के ढ़ेर में बदल गया।
दरअसल, फैंस के जाने के बाद यहां कचरे का ढ़ेर फैला नजर आया। हजारों जोड़ी चप्पल और जूते के साथ खाने की प्लास्टिक और पानी की खाली बोतलें सड़क पर दिखे। जिसे साफ करने की जिम्मेदारी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को सौंपी गई। गुरूवार रात 11:30 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह 8 बजे तक नगर निकाय और स्वयंसेवकों द्वारा सफाई अभियान चलाया गया। जिसके बाद मुंबई की सड़के एक बार फिर चमकती दिखी। हालांकि बारिश के मौसम में सड़क पर कचरे का होना कितना भाड़ी पड़ सकता है हम इसका अनुमान जरुर लगा सकते हैं।
अधिकारी ने दी जानकारी
सफाइ अभियान की जानकारी देते हुए नगर निगम के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इस दौरान लगभग 9000 किलों कचरे बटोरे गए। जिसमें 3000 हजार किलों केवल जूते और चप्पल ही थे। इन कचरों को उठाने के लिए पांच छोटी जीप और दो डंपर को बुलाना पड़ा। वहीं इस सभाई अभियान में 100 लोगों ने हिस्सा लिया। जिसमें स्थानी कई गैर सरकारी से जुड़े सदस्य भी शामिल थे। हालांकि अधिकारी द्वारा बताया गया की भीड़ को देखते हुए उन्हें इतने कचरे की उम्मीद तो जरुर थी लेकिन उन्हें इस बात का पता नहीं था कि इतने भारी मात्रा में चप्पल और जूतें मिलेंगे। अब सड़क वापस से अपने वास्तविक रूप में आ चुका है। जिसे देखकर लोगों में खुशी है।
बता दें कि विक्ट्री परेड के दौरान रोहित शर्मा की नेतृत्व वाली भारतयी क्रिकेट टीम बस के टॉप पर खड़ी थी। सभी खिलाड़ी अपने फैंस का अभिवादन स्वीकार रहे थे। हर खिलाड़ियों के चेहरे पर मुस्कान थी। साथ ही उन्हे देख कर ऐसा लग रहा था जैसा वो खुद इस भीड़ की उम्मीद में नही थें। अपने फैंस को और भी ज्यादा अच्छा महसूस करवाने के लिए खिलाड़ी भी अपना पूरा एफर्ट्स दे रहे थें।